यह कहानी है ग्राम लूसा, जिला सिवनी के श्री हरपाल कुंजाम की। हरपाल कुंजाम अपने देश और प्रदेश में लॉकडाउन का पालन एक जागरूक नागरिक की तरह कर रहे थे, लेकिन उनके छोटे भाई की तबीयत अचानक खराब होने से वे असहज हो गए। उन्होंने अपने गाँव में और परिचितों से इस संबंध में चर्चा की, लेकिन सभी लॉकडाउन के चलते अपनी असमर्थता जताने लगे। इस दौरान उनके भाई की तबियत ज्यादा बिगड़ने लगी। उन्होंने पहली बार अपने भाई को उल्टी में खून आते देखा तो वे हताश होने लगे। उनके भाई को तत्काल चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता थी।
उन्हें अचानक एक परिचित ने कोरोना कंट्रोल रूम भोपाल की हेल्पलाइन में फोन कर सहायता का अनुरोध करने की सलाह दी। श्री कुंजाम ने हेल्पलाइन में तत्काल अपनी समस्या दर्ज कराई। श्री कुंजाम की शिकायत दर्ज कर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश कंट्रोल से दिए गए। उनके भाई को उनके गाँव से एंबुलेंस द्वारा जिला चिकित्सालय सिवनी पहुँचाकर इलाज किया गया। वे त्वरित समाधान से पूरी तरह से संतुष्ट हैं और शासन-प्रशासन का इसके लिए आभार भी व्यक्त करते हैं।